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Kargil Vijay Diwas 2023: ऑपरेशन विजय का पूरा घटनाक्रम

Kargil Vijay Diwas 2023: ऑपरेशन विजय का पूरा घटनाक्रम

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Kargil Vijay Diwas 2023
Kargil Vijay Diwas 2023

कारगिल विजय दिवस हर साल 26 जुलाई को मनाया जाता है. यह भारत के उन वीर जवानों को श्रद्धांजलि देने का दिन है, जिन्होंने कारगिल युद्ध में लड़ाई लड़ी और शहीद हो गए. कारगिल युद्ध 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ा गया था. यह युद्ध 13 महीने तक चला और भारत ने पाकिस्तान को करारी हार दी. कारगिल युद्ध में भारत के 527 जवान शहीद हुए थे. कारगिल विजय दिवस पर भारत भर में विभिन्न समारोह आयोजित किए जाते हैं. इन समारोहों में देश के लोग कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देते हैं और उनकी वीरता को याद करते हैं. कारगिल विजय दिवस एक राष्ट्रीय पर्व है और यह भारत के लोगों के लिए गर्व और सम्मान का दिन है.

कारगिल युद्ध का इतिहास इस प्रकार है:

  • 1999 में पाकिस्तान ने भारत के कश्मीर क्षेत्र के कारगिल और उसके आस-पास के इलाकों में घुसपैठ की और भारतीय सेना के साथ युद्ध छेड़ दिया.
  • पाकिस्तानी सेना ने ऊंची चोटियों पर कब्जा कर लिया और भारतीय सेना को पीछे धकेल दिया.
  • भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को हराने के लिए एक अभियान शुरू किया.
  • भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को ऊंची चोटियों से हटा दिया और पाकिस्तानी सेना को पीछे धकेल दिया.
  • कारगिल युद्ध 26 जुलाई, 1999 को समाप्त हुआ और भारत ने पाकिस्तान को करारी हार दी.
  • कारगिल युद्ध में भारत के 527 जवान शहीद हुए थे.

कारगिल युद्ध भारत के इतिहास का एक महत्वपूर्ण युद्ध है. इस युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को करारी हार दी और भारत की संप्रभुता और अखंडता को बचाया. कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों ने भारत के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया. कारगिल विजय दिवस पर हम उन वीर जवानों को श्रद्धांजलि देते हैं और उनकी वीरता को याद करते हैं.

ऑपरेशन विजय का पूरा घटनाक्रम

कारगिल मिशन का आधिकारिक नाम ऑपरेशन विजय था। इसे भारतीय सेना द्वारा मई 1999 में कारगिल-द्रास सेक्टर में पाकिस्तानी घुसपैठियों से भारतीय क्षेत्रों को वापस लेने के लिए लॉन्च किया गया था। मिशन सफल रहा और भारत नियंत्रण रेखा (LoC) के भारतीय हिस्से से पाकिस्तानी सेना को बेदखल करने में सक्षम था।

संस्कृत में “विजय” नाम का अर्थ “जीत” है। इसे मिशन के नाम के रूप में इसलिए चुना गया क्योंकि यह युद्ध जीतने और अपनी संप्रभुता की रक्षा करने के भारत के दृढ़ संकल्प का प्रतीक था।

यह मिशन भारतीय सेना के लिए एक बड़ी जीत थी और इसे भारत के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण सैन्य अभियानों में से एक माना जाता है। इसे भारत-पाकिस्तान संबंधों में एक महत्वपूर्ण मोड़ भी माना जाता है, क्योंकि इससे पता चलता है कि भारत अपने क्षेत्र की रक्षा के लिए बल प्रयोग करने को तैयार था।

कारगिल युद्ध भारत के लिए एक कठिन और महंगा युद्ध था। यह 13 महीने तक चला और इसके परिणामस्वरूप 527 भारतीय सैनिक मारे गए। हालाँकि, युद्ध अंततः सफल रहा और भारत अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में सक्षम रहा।

कारगिल युद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा के महत्व और देश की रक्षा के लिए भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किए गए बलिदानों की याद दिलाता है। यह विपरीत परिस्थितियों में एकता और राष्ट्रीय संकल्प के महत्व की भी याद दिलाता है।

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